सत्यदर्पण:-

सत्यदर्पण:- कलयुग का झूठ सफ़ेद, सत्य काला क्यों हो गया है ?-गोरे अंग्रेज़ गए काले अंग्रेज़ रह गए। जो उनके राज में न हो सका पूरा, मैकाले के उस अधूरे को 60 वर्ष में पूरा करेंगे उसके साले। विश्व की सर्वश्रेष्ठ उस संस्कृति को नष्ट किया जा रहा है, देश को लूटा जा रहा है। दिन के प्रकाश में सबके सामने आता सफेद झूठ; और अंधकार में लुप्त सच।

भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | मानवतावादी वेश में आया रावण | संस्कृति में ही हमारे प्राण है | भारतीय संस्कृति की रक्षा हमारा दायित्व | -तिलक 7531949051, 09911111611, 9999777358.

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गुरुवार, 17 दिसंबर 2015

नारे लगाता प्यासा विरोधी, आपको पानी पिलाया मोदी

नारे लगाता प्यासा विरोधी, आपको पानी पिलाया मोदी 
तिलक  
16 दिसंबर 2015    नई दिल्ली
 
लोकसभा में आज एक प्रशंसनीय दृश्य देखने को मिला, जब प्रधानमंत्री के विरुद्ध नारे लगा रहे आप सदस्य भगवंत सिंह मान को कुछ बेचैनी सी अनुभव हुई, तो नरेन्द्र मोदी ने उन्हें अपना पानी का गिलास थमा दिया। मान ने पानी पीने के बाद प्रधानमंत्री के इस भाव का मुस्कुरा कर आभार जताया और सदन में उपस्थित सदस्यों ने मेजें थपथपाकर इसका स्वागत किया और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित विपक्षी सदस्य, मोदी और विरोधी, भी इस बात पर मुस्कुराते देखे गए। 
आप सदस्य मान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय में सोमवार को सीबीआई द्वारा की गयी छापेमारी का विरोध करते हुए, कांग्रेस तथा तृणमूल सदस्यों के साथ आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे। मान ‘‘प्रधानमंत्री होश में आओ’’ के नारे लगा रहे थे। वह आसन के समक्ष प्रधानमंत्री मोदी से कुछ ही कदम दूर खड़े थे। इसी बीच नारे लगाते लगाते भगवंत मान की दृष्टी बेचैनी से आसपास पानी ढूंढने लगीं। इसी बीच धीर गंभीर मुद्रा में बैठे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी मेज से पानी का गिलास उठाकर भगवंत मान की ओर बढ़ा दिया। भगवंत मान ने उनके हाथ से गिलास लिया और पानी पी लिया। भगवंत मान ने मुस्कुरा कर इस भाव के लिए प्रधानमंत्री की ओर देखा, तो प्रधानमंत्री और सुषमा भी मुस्कुरा दिए। 
मानवीय संवेदना और मानवतावाद के पाखंड में यही अन्तर, मोदी को सबसे भिन्न बनाता है। 
विविधता भरे पूरे विश्व में सभी राष्ट्र प्रमुखों से, उसकी और भारत की जय जयकार कराता है। 
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | मानवतावादी वेश में आया रावण |
भारतीय संस्कृति में ही हमारे प्राण है | संस्कृति की रक्षा करना हमारा दायित्व || -तिलक

बुधवार, 16 दिसंबर 2015

केजरीवाल के आरोप सीबीआई, जेटली द्वारा खारिज

केजरीवाल के आरोप सीबीआई, जेटली द्वारा खारिज 
तिलक 
15 दिसं15 नदि 
दावों और प्रति दावों के बीच सीबीआई ने भ्रष्टाचार के एक मामले में आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एक अधिकारी के कार्यालय पर छापा मारा, जिसके बाद आप प्रमुख ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘‘कायर और मनोरोगी’’ कहा। इसके साथ ही आप और केंद्र के बीच पहले से जारी टकराव और गहरा गया। जबकि मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनके कार्यालय पर छापा मारा गया किन्तु सीबीआई के साथ साथ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में इस दावे को नकार दिया। विपक्ष ने राज्यसभा में हंगामा किया और जिसके कारण सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा। सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि तीसरी मंजिल पर तलाशी केवल प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के कार्यालय में ली गई। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 14 स्थानों पर छापे मारे गए।     कुमार और छह अन्य के विरुद्ध मामला अंकित किया गया है। जेटली ने राज्यसभा में कहा कि केजरीवाल के कार्यालय पर छापा नहीं मारा गया और यह छापा दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के विरुद्ध कथित भ्रष्टाचार के मामले में मारा गया। ‘‘दिल्ली सरकार के विभागों से निविदाएं दिलाने में गत कुछ वर्षों में एक विशेष फर्म की सहायता करके’’ अपने आधिकारिक पद का दुरूपयोग करने के आरोपों में मामला अंकित किया गया है। जेटली ने कहा कि सीबीआई के छापे का केजरीवाल के कार्यालय से कोई लेना देना नहीं है और अधिकारी के विरुद्ध रिश्वतखोरी का मामला उनके अतीत से जुड़ा है। 
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ''सीबीआई ने मेरे कार्यालय पर छापे मारे।’’ उन्होंने छापेमारी पर रोष जताते हुए एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘जब मोदी राजनीतिक रूप से मुझसे नहीं निपट सके तो उन्होंने यह कायरता दिखाई। मोदी कायर और मनोरोगी हैं।’’ केजरीवाल ने मोदी की आलोचना करने के लिए जिस भाषा का प्रयोग किया, उसकी भाजपा ने निंदा की और कहा कि यह ''पूर्णतय: अस्वीकार्य’’ है।’’ जावड़ेकर ने कहा, ''क्या वह भ्रष्ट को बचाना चाहते हैं?’’ उन्होंने कहा, ''भ्रष्ट के विरुद्ध कार्रवाई न करके उल्टा वह प्रधानमंत्री पर आरोप लगा रहे हैं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।’’ 
अब प्रश्न यह है कि यदि अतीत में रिश्वतखोरी से जुड़ा अधिकारी उनके प्रधान सचिव नियुक्त है, तो क्या वह कानून से ऊपर है? उसपर कार्यवाही को अपने विरुद्ध बता कर विरोध करना, क्या भ्रष्टाचार का संरक्षण नहीं है? क्या वो मु मं कार्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाना कहते है? 
बेताल ने कहा, "राजन नौटंकीवाल, यदि इन प्रश्नों का उत्तर तुमने जानबूझ कर, जनता को भ्रमित करने के लिए गलत दिया" तो तुम्हारा जनसमर्थन तुम्हारी सत्ता से अलग होकर, टुकड़े टुकड़े हो जायेगा। इस प्रकार नौटंकी के मोह में उलझे नौटंकी वाल का सारा जनसमर्थन, नौटंकी के शव के साथ अदृश्य हो गया। 
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शुक्रवार, 4 दिसंबर 2015

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी का दृष्टिकोण (संबोधन में)


प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज नई दिल्‍ली में हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स लीडरशिप समिट को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने भारत की सुनहरे भविष्‍य की ओर यात्रा का विवरण देते हुए कहा कि भारत की वर्तमान स्थिति को विश्‍व के संदर्भ में देखने के साथ-साथ कुछ वर्ष पहले भारत कहाँ था इस संदर्भ में देखना होगा। 
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने भारत के आर्थिक सुधारों के प्रति अपने दृष्टिकोण का विवरण देते हुए, हाल ही मिली कुछ बड़ी आर्थिक सफलताओं, जिनमें 7.4 प्रतिशत आर्थिक विकास दर और व्‍यापार करने के लिए सुगमता में उन्‍नति सम्मिलित है, का उल्लेख किया। उन्‍होंने कहा कि व्‍यापार करने के लिए सुगमता में बढ़ोतरी केवल केंद्र और राज्‍य के मिलकर काम करने के कारण मिली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्‍यों को 14वें वित्‍त आयोग की अनुशंसाओं के अनुरूप अतिरिक्‍त वित्‍तीय सहायता दी गई है। 
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बताया कि एलपीजी सब्सिडी के प्रत्‍यक्ष हस्‍तांतरण और एलईडी लाइटिंग योजना से करोड़ों रूपये की बचत की जा रही है। उन्‍होंने कहा कि यूरिया में नीम की परत चढ़ाने से इसके कृषि क्षेत्र के अतिरिक्‍त दूसरे क्षेत्रों में उपयोग को रोकने में सहायता मिली है। प्रधानमंत्री ने बिहार में दो लोकोमोटिव निर्माण इकाईयों के लिए हाल ही में रेल क्षेत्र में विदेशी प्रत्‍यक्ष निवेश का उल्‍लेख भी किया। 
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने भारत बिना बिजली वाले 18 हजार गांवों में विद्युतीकरण की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में प्रगति हर कोई ग्रामीण विद्युतीकरण एप के द्वारा देख सकता है। 
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
बने मीडिया विकल्प; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।
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सोमवार, 21 सितंबर 2015

मीडिया एक जनून

मीडिया एक जनून 
युग दर्पण एक व्यवसाय नहीं, अपितु स्वस्थ मीडिया के लिए जनून है। एक व्यवसाय का संहार हो सकता है, किन्तु एक सृजनात्मक जनून का नहीं। सन 2001 से पंजी युगदर्पण राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र हिंदी में लघु आकार सम्पूर्ण व स्वस्थ समाचार, संस्कार युक्त विचार तथा 2010 से इंटरनेट से जुड़ा तो 70 देशों में एक विशिष्ठ पहचान अर्जित की है, जिसमे विविध विषयों के 30 ब्लॉग फेसबुक में 9 समूह 7 समुदाय पेज ट्वीटर रेडिफ शामिल है। ऑरकुट भी था। तथा 5 नेट चैनल हैं। 
Media my Passion 
Yug Darpan is not a profession but the passion for Healthy Media. A profession may destruct but a passion can't, will never die YDMS.
नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प, 
देश की जड़ों से जुड़ें, युगदर्पण के संग 
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक 7531949051, 9911111611 
बनते हैं 125 करोड़ शेयर -Share and Share, to reach 125 Crore 
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विकासशील भारत के अवरोध

विकासशील भारत के अवरोध 
वन्देमातरम, 
मित्रों, देश के इस बदले राजनैतिक परिवेश में, भारत के विकास के प्रति अनंत आकांक्षाएं पुन: जाग उठी हैं। साथ ही अवरोध भी खड़े करने के प्रयास किये जा रहे हैं। स्वतंत्रता पूर्व नेता जी सुभाष को हटा, गांधीने नेहरू को थोपकर, देश को जो आघात पहुँचाया, उसे 
सार्वजनिक करने तथा उसके घाव भरने का यह सर्वोचित अवसर है। किन्तु गांधी से राष्ट्रवाद को भी  जो क्षति पहुंची उसे दोहराया न जाये, इसके लिए सतर्कता की आवश्यकता है। अखंड राष्ट्रनिष्ठा की भी आवश्यकता है। 
जिन्होंने सोने की चिड़िया देश को लूट दुर्गति बनाई, वे ही गरीबों शोषितों की राजनीति के नाम से पाखंड कर हमें भ्रमित न करें। अत: इस समूह में अधिक से अधिक जुड़ें। तथा लेखन से समाज को जगाये रखें। सांस्कृतिक विरासत सहित -
‘‘माता भूमिः पुत्रो ऽहं पृथिव्याः’’ 
‘उत्तिष्ठित् जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत’ 
कैसे करें शत्रु और मित्र की पहचान -जो 67 वर्ष देश को लूटते रहे, अब अपने पाप, एक राष्ट्र समर्पित शासन पर थोप रहे है। क्या आप सहमत हैं ? 
हाँ या न -युदस 
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शेयर करो तिलक YDMS 7531949051 
देश के नकारात्मक बिकाऊ शर्मनिरपेक्ष मीडिया का एकमात्र सकारात्मक सार्थक राष्ट्रवादी विकल्प का संकल्प युदमीस YDMS -तिलक 
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शनिवार, 15 अगस्त 2015

केजरीवाल का गोल मॉल

केजरीवाल का गोल मॉल 
देव आशीष भट्टाचार्य RTI एक्टीविस्ट ने 22 अप्रैल, 2015 को केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास आवेदन में पूछा था कि दिल्ली पुलिस को लेकर गृह मंत्रालय तथा दिल्ली सरकार के मध्य क्या पत्राचार हुआ है? 
गृह मंत्रालय ने अपने रिकार्ड को देख कर बताया कि इस संबंध में दिल्ली सरकार से कोई लिखित पत्राचार शुरू नहीं हुआ है। 
जिससे पता चलता है कि आप सरकार दिल्ली पुलिस का नियंत्रण लेने के लिए अधिक गंभीर नहीं है। वह केवल बयानबाजी में ही उलझी हुई है।
गृह मंत्रालय ने उनके RTI आवेदन को दिल्ली सरकार व दिल्ली पुलिस के पास भेज दिया। 
मुख्य बात यह है कि मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, खाद्य व आपूर्ति मंत्री, कानून मंत्री तथा महिला व बाल विकास मंत्री ने भी अपने रिकार्ड को देख कर बताया कि उनका गृह मंत्रालय के साथ कोई पत्राचार नहीं हुआ। गृह विभाग ने भी ऐसी कोई सूचना अपने रिकार्ड में होने से इंकार किया है।
केजरीवाल सरकार ने अभी तक दिल्ली पुलिस का नियंत्रण लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र तक तो लिखा नहीं, दिल्ली सरकार के गृह विभाग व उनके मंत्रियों ने तुर्कमैन गेट हत्याकांड तथा जंतर-मंतर आत्महत्या केस के निपटारे के लिए गंभीरता नहीं दिखाई। 
भट्टाचार्य ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली में कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए दिल्ली पुलिस का नियंत्रण सरकार के पास लेना चाहते हैं, तो उन्हें सबसे पहले केंद्र सरकार के साथ सरकारी स्तर पर पत्राचार तो शुरू करना चाहिए। 
केजरीवाल सरकार इन दोनों मामलों में बकवासबाजी तो कर रही थी, परंतु सरकारी स्तर पर कोई पग नहीं उठाए गए। 
केजरीवाल पार्टी अब अ से ब अर्थात आआप से बबप हो गई है। आपका क्या विचार है ? 
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शुक्रवार, 14 अगस्त 2015

व्यापमं का सच

आधुनिक व्यंगचित्र 

कम्पूजी
 
व्यापमं का सच -
दिग्विजय सिंह ने जिस तुरूप के इक्के प्रशांत पाण्डे के माध्यम बहुचर्चित
छद्म घोटाले का हल्ला मचाया था। उस प्रशांत पाण्डे की पत्नी से पुलिस ने दस लाख रूपये जब्त किए हैं। -एक समाचार
 कम्पूजी -राजनैतिक कुचक्र तो समझ में आता है किन्तु बिकाऊमीडिया भी दुष्प्रचार निरंतर चलाता रहा, क्यों? 

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सोमवार, 10 अगस्त 2015

अमर शहीद खुदीराम बोस

अमर शहीद खुदीराम बोस 
धोतियों पर 'खुदीराम' लिखने लगे थे बंगाल के जुलाहे 
19 वर्षीय शहीद खुदीराम बोस अपने क्रांतिकारी तेवरों के चलते बहुत लोकप्रिय थे। उन्हें फांसी होने के बाद बंगाल के जुलाहे ऐसी धोतियाँ बुनने लगे जिनकी किनारी पर खुदीराम लिखा होता था। 
11 अगस्त 2015,  नई दिल्ली 

स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में खुदीराम बोस एक ऐसा नाम है जो देशवासियों को सदा देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। इस नवयुवक ने मात्र 19 वर्ष की आयु में ही देश के लिए अपना बलिदान दे दिया था। तीन दिसंबर 1889 को पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर में जन्मे खुदीराम ने स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने की उत्कंठा के चलते नौवीं कक्षा के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी थी। खुदीराम स्वदेशी आंदोलन में कूद गए और क्रन्तिकारी संगठन पार्टी का सदस्य बनकर वंदे मातरम् पत्रक वितरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सन 1905 में बंगाल विभाजन के विरोध में भड़के आंदोलन में खुदीराम बोस ने बढ़−चढ़ कर भाग लिया। अंग्रेजों ने 28 फरवरी 1906 को उन्हें बंदी बना लिया किन्तु वह कैद से भाग निकले। दो माह बाद वह फिर से पकड़े गए।
सरकार ने उन्हें आजादी की राह से भटकाने का प्रयास किया किन्तु इस युवक के निश्चय और साहस पर कोई अंतर नहीं पड़ा। अंततः 16 मई 1906 को उन्हें रिहा कर दिया गया। इतिहासवेत्ता शिरोल के अनुसार खुदीराम बंगाल ही नहीं बल्कि पूरे देश में अत्यधिक लोकप्रिय थे, जिनके बलिदान के बाद नवयुवकों में देशभक्ति की तीव्र उमंग पैदा हो गई थी। छह दिसंबर 1907 को खुदीराम ने नारायणगढ़ रेलवे स्टेशन पर बंगाल के तत्कालीन गवर्नर की विशेष गाड़ी पर हमला किया किन्तु वह बाल−बाल बच गया।
खुदीराम ने 1908 में दो अंग्रेज अधिकारियों वाट्सन और पैम्फायल्ट फुलर पर हमला किया किन्तु वे भी बच निकले। वह मुजफ्फरपुर के सेशन जज किंग्सफोर्ड से अति रुष्ट थे जिसने क्रांतिकारियों को कठोर दंड दिया था। उन्होंने अपने साथी प्रफुल्ल चंद्र चाकी के साथ मिलकर सेशन जज से प्रतिशोध लेने की ठानी। दोनों मुजफ्फरपुर आए और 30 अप्रैल 1908 को जज की गाड़ी पर बम से हमला किया  किन्तु उस समय इस गाड़ी में जज की जगह दो यूरोपीय महिलाएं सवार थीं।
किंग्सफोर्ड के धोखे में दोनों महिलाएं मारी गईं जिसका खुदीराम और चाकी को बहुत दुःख हुआ। पुलिस उनके पीछे लग गई और वैनी रेलवे स्टेशन पर उन्हें घेर लिया। अपने को घिरा देख प्रफुल्ल चंद्र चाकी ने स्वयं को गोली मारकर बलि दे दी जबकि खुदीराम पकड़े गए। 11 अगस्त 1908 को उन्हें मुजफ्फरपुर जेल में फांसी दे दी गई। फांसी के समय उनकी आयु मात्र 19 वर्ष थी। इतिहासवेत्ता शिरोल के अनुसार फांसी के बाद खुदीराम इतने लोकप्रिय हो गए कि बंगाल के जुलाहे ऐसी धोती बुनने लगे जिनकी किनारी पर खुदीराम लिखा होता था। राष्ट्रवादियों ने शोक मनाया और विद्यार्थियों ने कई दिनों तक स्कूल−कॉलेजों का बहिष्कार किया। 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया,
तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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गुरुवार, 18 जून 2015

जितेन्द्र तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र भी नकली

जितेन्द्र तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र भी नकली 
नदि युदस। दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर द्वारा, एजेंट के माध्यम विधि सनातक का नकली प्रमाणपत्र लेने की बात स्वीकारने के दो दिन बाद, विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र (माइग्रेशन प्रमाणपत्र) भी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में नकली पाया गया। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव अखिलेश चन्द्र के अनुसार  जांच में पाया गया कि तोमर को अप्रैल 1993 में, क्रसं 156 से कोई विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि जांच के अनुसार, 26 मार्च से पांच मई 1993 के बीच क्रसं सात हजार से 7100 के विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र जारी हुए थे, जबकि तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र दो अप्रैल 1993 को क्रसं 156 से जारी हुआ है, जो पूर्णत: गलत है। 
तोमर के फर्जी प्रमाण पत्र की जांच के क्रम में दिल्ली पुलिस बुधवार को, उनको बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ले कर आई थी और बुधवार देर शाम उन्हें दिल्ली वापस ले गयी। तोमर का सारा अपराध स्पष्ट प्रमाणित हो रहा है फिर भी तोमर ने दिल्ली जाते समय रेलवे स्टेशन पर केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि ‘आप’ की लोकप्रियता से घबरा कर उन्हें फंसाया गया है। 
उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र के कई मंत्रियों के प्रमाण पत्र भी संदिग्ध हैं, किन्तु केन्द्र सरकार उनकी जांच नहीं करा रही है। 
तोमर केवल हताशा में आरोप मढ़ रहे हैं। क्या आप मेरी बात से सहमत हैं ? 
A हाँ....., B न....., अथवा अन्य टिप्पणी 
"दिल्ली -आआप की या पाप की" भेड़ की खाल में, ये भेड़िये।
"हम देंगे तीखा सत्य, किन्तु मीठा विष नहीं।" -तिलक सं
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बुधवार, 10 जून 2015

अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ,

अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ,

कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री मणिशंकर ने अपनी पुस्तक और प्रेस वार्ता में स्वीकारा, अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ, राहुल गांधी ने स्वीकारा, कांग्रेस के बुरे दिन आ गए; ……  हाँ, हाँ, हाँ, उनके तीन बार कह देने के बाद कुछ और कहना शेष रहता है क्या, बताएं? 


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शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2015

पंजाब निकाय चुनाव परिणाम: भगवा लहर

पंजाब निकाय चुनाव परिणाम: भाजपा-अकाली गठबंधन की भारी जीत, कांग्रेस साफ 
चंडीगढ। पंजाब में संपन्न निकाय चुनावों में भाजपा-अकाली दल गठबंधन ने भव्य जीत प्राप्त कर, अधिकांश स्थानो पर जीत का परचम लहराया, वहीं कांग्रेस का पत्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। 
SAD-BJP alliance  sweeps civic polls in punjabराज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और अन्य भाजपा नेताओं ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, इसे विकास की जीत बताया है। जीत के बाद भाजपा -अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने पटाखे चलाकर और मिठाईयां बांटकर एक दूसरे को बधाईयां दी। 
जानकारी के अनुसार अकाली दल-भाजपा गठबंधन 100 से अधिक नगरीय निकायों में और कांग्रेस केवल छह स्थानों पर अध्यक्ष बनाने की स्थिति में आ गई हैं। जिन निर्दलीयों ने जीत प्राप्त की है, उनमें से भी अधिकांश गठबंधन के ही समर्थक है।
घोषित परिणामों में गठबंधन को 2,037 वार्डों में से 1161 में जीत मिली है। घोषित चुनाव परिणामों के अनुसार 122 नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के कुल 2,037 वार्डों में अकाली दल ने 813 पर और भाजपा ने 348 पर जीत अर्जित की है।  जब​कि इन चुनावों में आधार पाने का प्रयास कर रही कांग्रेस को 253 वार्डों से संतोष करना पड़ा। 624 वार्डों पर निर्दलीय विजयी रहे।
पंजाब निवासियों को धन्यवाद-बादल
पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल ने  नगर निगम चुनावों में अकाली भाजपा गठबंधन का भव्य जीत दिलाकर गठबंधन सरकार की विकासमयी व परिणाम मुखी नीतियो में विश्वास व वचनबद्धता प्रकट करने के लिए राज्य के लोगों का धन्यवाद किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परिणामों ने शिअद-भाजपा सरकार को गरीबी, अनपढ़ता,  बेरोजगारी व सामाजिक बुराईयों से मुक्त नए पंजाब के निर्माण व विकास की गति तेज करने के लिए पुनरू समर्पित किया हैं। स. बादल ने कहा कि इन शानदार परिणामों ने हमें लोगों की आकाँक्षाओं पर खरा उतरने के लिए हमारे दायित्वों को और बढा दिया हैं। उन्होने कहा कि इन परिणामों को मात्र निगम चुनाव में जीत के रूप में ही नही समझना चाहिए बल्कि इन्होने कडी मेहनत वाले पंजाबियों को कलंकित करने वाली कांग्रेस पार्टी के नकारात्मक अभियान को भी कड़ा उत्तर दिया हैँ।
इस मध्य मुख्यमंत्री एक बार फिर शिअद-भाजपा के समूह के कार्यकर्ताओं, नेताओं और पदाधिकारियों का धन्यवाद किया। जिन्होने इन चुनावों में गठबंधन की जीत यथार्थ बनाने के लिए दिनरात परिश्रम किया। उन्होने पंजाब वासियों द्वारा बिना डर -भय से अपनी वोट डालकर लोकतंत्रीय  को सुदृढ़ करने के लिए दिखाये गये उत्साह के लिए उनका धन्यवाद किया।  बादल ने निरपक्ष व स्वतंत्र चुनावों को सुनिश्चित  बनाने के लिए राज्य चुनाव आयोग, प्रशासन व पुलिस प्रशासन को भी बधाई दी।
फगवाड़ा नगर निगम के पहले चुनाव 50 वार्डो में से अकाली-भाजपा गठबंधन के 16 सीटों पर भाजपा व 9 पर अकाली दल के प्रत्याशियों ने आधी सीटें जीत ली है। वहीं कांग्रेस ने 14, जबकि बसपा ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की है। इनके अतिरिक्त 9 आजाद प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है, जिनमें 6 अकाली-भाजपा समर्थक बताए जाते है। कांग्रेस लगातार दूसरी बार शहर की सत्ता से दूर हो गई। वीरवार को रामगढि़या पॉलीटेक्निक कॉलेज में मतगणना के बाद जब नतीजों की घोषणा की गई तो अकाली-भाजपाई खुशी में झूमते दिखाई दिए। 
होशियारपुरः होशियारपुर नगर निगम चुनावों में भी अकालियों ने बाजी मार ली है। 50 वार्डों में हुर्इ वोटों की गिनती हो चुकी है, जिसमें  अकाली दल ने 27 पर जीत प्राप्त की है। 
जबकि कांग्रेस के पल्ले 17 सीटें ही पड़ी हैं, तथा 6 पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने कब्ज़ा किया है। यह तो तय है कि आने वाले समय में महापौर अकाली -भाजपा का मेयर ही बनेगा चाहे वह अकाली दल का होगा या फिर भाजपा सरकार का। 
मोहाली: मोहाली में हुए नगर निगम चुनाव के नतीजों के अनुसार अकाली दल ने यहां जीत हासिल की है।  गुरुवार 10 बजे वोटिंग की गिनती होनी शुरू हो गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मोहाली में अकाली दल ही बाकी पक्षों को पछाड़ कर आगे जा रहा है।
मोहाली 
अकाली दल-16
भाजपा: 07
कांग्रेस: 14
फिलहाल भाजपा-अकाली वर्करों में खुशी का माहौल है और ढोल बजाकर सभी वर्कर जीत का जश्न मना रहे हैं।

सोमवार, 23 फ़रवरी 2015

अन्ना आंदोलन खेल की गोटियां :

अन्ना भूमि अधिग्रहण आंदोलन की गोटियां : 
Kumar R Singh's photo.
कुछ नए तथ्य, जिनसे प्रश्न उठते हैं कि वो कौन लोग हैं जो भूमि अधिग्रहण बिल पर आंदोलन के लिए अन्ना को अनुबंधित विमान उपलब्ध करा रहे हैं, स्पष्ट है किसान तो नही, फिर कौन लोग है जो किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर राजनितिक षड्यंत्र कर रहे हैं ! 
अन्ना हजारे विशेष अनुबंधित विमान से पंकज पचौरी के साथ में दिल्ली पहुंचता है ! पंकज पचौरी एनडीटीवी के पूर्व प्रबंध संपादक और मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार थे ! विस्मय की बात ये है कि कांग्रेस का पूर्व सांसद, उड़ीसा, हरियाणा में कई हजार किसानो के लाखो हेक्टेयर भूमि पर कब्जाने का अभियुक्त जिंदल समूहये जेट,   (जिसकी माँ साबित्री जिंदल, हरियाणा की कांग्रेस सरकार में काबीना मंत्री थी!) का था
अब आप सब चिंतन करते रहिये, कि धरने के पीछे का वास्तविक खेल है क्या ? 
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | मानवतावादी वेश में आया रावण |
भारतीय संस्कृति में ही हमारे प्राण है | संस्कृति की रक्षा करना हमारा दायित्व || -तिलक

कार्यकर्त्ता नहीं, ये पाखंडी हैं 'कार्यहर्त्ता'

कार्यकर्त्ता नहीं, ये पाखंडी हैं- 'कार्यहर्त्ता' (युगदर्पण द्वारा सम्पादित) 
"भूमि अधिग्रहण मुद्दे पर पने-अपने बिल से निकल आये पाखंडियो से प्रश्न" ...गुड़ खा कर गुलगुले से परहेज कैसा?.... तुम जिस फ़्लैट में रह रहे हो, वह किसी किसान की भूमि अधिग्रहण से ही बना है। ...तुम जिस सड़क पर चल कर प्रदर्शन करने आ रहे हो पाखंडियो, वह किसी किसान की भूमि अधिग्रहण से ही बना है। ...तुम जिस चिकित्सालय में चिकित्सा करवाते हो, वह किसी किसान की भूमि अधिग्रहण से ही बना है। ...तुम जिस स्कूल /कॉलेज /विश्व विद्यालय में पढ़े हो, वह किसी किसान की भूमि अधिग्रहण से ही बना है। ....यह स्टेशन, कोर्ट कचहरी संसद विधान सभाएं सभी के भवन, औद्योगिक इकाइयां किसी न किसी किसान की भूमि अधिग्रहण से ही बना है। ...यह जो प्रदर्शन करने चल पड़े हैं, पहले अपने फ्लेट /भूखंड उन किसानो को लौटाएं, कि जिनकी भूमी अधिग्रहीत करके यह बने हैं। ...हर विकास में रोड़ा अडाना इनका काम है ...बिजली की उसी आपूर्ति के लिए यह बेचैन हो जाते हैं। ...बिजली के बिल में सब्सिडी /छूट चाहते हैं, पर बाँध बनाने का / नई विद्युत् इकाई लगाने का विरोध करते हैं, ...NGO नामक जीवाणु घुन, जैसे कार्यकर्त्ता लोग निरंतर भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।
खेतों में अब फसल के अतिरिक्त भूखंड भी उग रहे हैं, तो औद्योगिक इकाइयां भी उग सकती हैं। खेतों में गुड़गांव उग आया, नॉएडा उग आया तो अब क्या कष्ट है। अन्ना को रोबर्ट्स बढेरा की हरियाणा की भूमी दिखाई नहीं दी? ...यह लोग वास्तव में कार्यकर्त्ता (Activist ) नहीं पाखंडी (Fake ) हैं कार्यहर्त्ता (Faketivist ) हैं।  . वास्तव में बात तो यह है कि देश की राजनीति में ध्रुवीकरण हुआ है, राष्ट्रवादी शक्तियां नरेंद्र मोदी के साथ जुट गयी हैं; तो साम्यवादी शक्तियां अरविन्द केजरीवाल के साथ। ऐसे में अवसरवादी शक्तियाँ अपनी पहचान को तरसती हुयी, नया ध्रुवीकरण बनाने को जुट गयीं हैं। ...वह लोग जो नरेंद्र मोदी के राष्ट्रवादी अभियान और केजरीवाल के साम्यवादी आकांक्षाओं में समायोजित नहीं हो सकीं और निष्प्रयोज्य पायी गयीं, ...वह राजनीतिक बेरोजगार बेकार लोग, अब इस प्रकार पाखंडियो को धार दे रहे हैं।"--- राजीव चतुर्वेदी 
अन्ना का भूमि अधिग्रहण आंदोलन : 
Kumar R Singh's photo.
कुछ नए तथ्य जिनसे प्रश्न उठते हैं कि वो कौन लोग हैं जो भूमि अधिग्रहण बिल पर आंदोलन के लिए अन्ना को अनुबंधित विमान उपलब्ध करा रहे हैं, स्पष्ट है किसान तो नही, फिर कौन लोग है जो किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर राजनितिक षड्यंत्र कर रहे हैं ! 
अन्ना हजारे विशेष अनुबंधित विमान से पंकज पचौरी के साथ में दिल्ली पहुंचता है ! पंकज पचौरी एनडीटीवी के पूर्व प्रबंध संपादक और मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार थे ! विस्मय की बात ये है कि कांग्रेस का पूर्व सांसद, उड़ीसा, हरियाणा में कई हजार किसानो के लाखो हेक्टेयर भूमि पर कब्जाने का अभियुक्त जिंदल समूहये जेट,   (जिसकी माँ साबित्री जिंदल, हरियाणा की कांग्रेस सरकार में काबीना मंत्री थी!) का था
अब आप सब चिंतन करते रहिये, कि धरने के पीछे का वास्तविक खेल है क्या ? 
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शुक्रवार, 20 फ़रवरी 2015

भगवान शंकर- हमारे पहले पैगंबर :मुफ्ती मो इलियास जमीयत

भगवान शंकर- हमारे पहले पैगंबर :मुफ्ती मो इलियास जमीयत 

अयोध्या।  जमीयत उलेमा के मुफ्ती मोहम्मद इलियास मानते है कि भगवान शंकर मुस्लिमों के पहले पैगंबर हैं। उन्होंने कहा कि इस बात को मानने में मुसलमानों को कोई गुरेज नहीं है। इतना हीं नहीं आरएसएस द्वारा हिंदू राष्ट्र की मांग पर बात करते हुए, मौलाना ने कहा कि मुसलमान भी सनातन धर्मी हैं और हिंदुओं के देवता शंकर और पार्वती हमारे भी मां-बाप हैं। उन्होंने आरएसएस के हिंदू राष्ट्र वाली बात पर कहा कि मुस्लिम हिंदू राष्ट्र के विरोधी नहीं हैं। 
मुफ्ती मोहम्मद इलियास ने कहा कि जिस तरह से चीन में रहने वाला चीनी, अमेरिका में रहने वाला अमेरिकी है, उसी तरह से हिंदुस्तान में रहने वाला हर वयक्ति हिंदू है। यह तो हमारा राष्ट्रीय नाम है। उन्होंने कहा कि जब हमारे मां-बाप, खून और राष्ट्र एक है तो इस प्रकार हमारा धर्म भी एक है। हमारे धर्म का आरम्भ यहीं भारत से हुआ है। शंकर भगवान लंका में आए थे। हमारे इस्लाम धर्म के पहले पैगम्बर हैं। हम यहीं पैदा हुए हैं। यहीं हमारा कर्म और धर्म क्षेत्र है। इसलिए हमें इससे प्यार है। सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा। 
जमीयत उलेमा का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को अयोध्या आया था। जमीयत उलेमा 27 फरवरी को बलरामपुर में कौमी एकता का कार्यक्रम करने जा रहा है। इसी कार्यक्रम में अयोध्या के साधु-संतों को भी आमंत्रित करने के लिए प्रतिनिधिमंडल अयोध्या आया था। इस मध्य मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल ने राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सतेंद्रदास और शनि धाम के महंत हरदयाल शास्त्री के साथ मिलकर आतंकवाद का पुतला फूंका। 
युगदर्पण की मान्यता है कि 67 वर्ष ऐसे राष्ट्र भक्त मुसलमान (श कै अब्दुल हमीद, डॉ अब्दुल कलाम, मुफ्ती मोहम्मद इलियास) प्रोत्साहन पाते, तो स्वतन्त्र भारत में आतंकवाद न होता, हिंसा न होती; प्रेम और सद्भाव होता। तब भारत विदेशी निवेश पर आश्रित न होता। 
http://dharmsanskrutidarpan.blogspot.in/2015/02/blog-post.html

मंगलवार, 17 फ़रवरी 2015

भारत के प्र.मं. नरेन्द्र मोदी

भारत के विकास एवं सम्मान का प्रतीक प्र.मं. नरेन्द्र मोदी 
जिसने विश्व में भारत को सम्मान दिलाया, हमने उसका उपहास उड़ाया। देश के विकास की रुकी गाड़ी को गति दी, राष्ट्रद्रोहियों ने उसे ही गाली दी।
ईश्वर इन शर्मनिरपेक्ष राष्ट्रद्रोहियों को सद्बुद्धि दे !
....सहमत A, ....असहमत B, .....अन्य टिप्पणी
नकारात्मक मीडिया के भ्रमजाल को तोड़, सत्य का प्रकाश फैलाएं।
नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का, सार्थक संकल्प -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक 7531949051 

गुरुवार, 12 फ़रवरी 2015

फ्री वाई फाई का वादा, नियम और शर्तों में

फ्री वाई फाई का वादा, नियम और शर्तों में

 नई दिल्ली: चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में फ्री वाई फाई शहर बनाने का वादा किया था. अब वादा निभाने का समय आया तो फ्री वाई फाई नियम और शर्तों के चक्कर में फंस गया है। सरकार के संभावित उप मु.मं  मनीष सिसोदिया ने भी साफ कर दिया है कि फ्री का अर्थ कई नियम-शर्तें हैं। 

मनीष सिसौदिया ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, 'ऐसा नहीं है कि आप सारी फिल्में वाई-फाई पर देखते रहो। मूल आवश्यकता के लिए फ्री वाई-फाई मिलेगा। जैसे कि महिला सुरक्षा के लिए, आप मोबाइल पर बटने लगाकर क्या करेंगे जब इंटरनेट ही नहीं होगा तो, यदि फ्री वाई-फाई होगा तो हम संपर्क कर पाएंगे।'
सिसौदिया का कहना था, 'हम मोबाइल के लिए ई-गर्वर्नेंस लेकर आएंगे। इन सबके लिए चाहिए। अब सारा वाई-फाई फ्री हो जाएगा ऐसा नहीं है। साफ पानी और शिक्षा की तरह ही दिल्ली की आवश्यकता है।'
कैसे पूरा होगा वादा?
केजरीवाल ने दिल्ली को फ्री वाईफाई जोन में बदलने का बड़ा वादा किया है और इसका व्यय डेढ़ हजार करोड़ से भी अधिक हो सकता है। दिल्ली का दिल धड़क रहा है। दिल्ली को ग्लोबल सिटी बनाने और महिलाओं की सुरक्षा के वादे के साथ केजरीवाल ने दिल्ली को फ्री वाई-फाई जोन में बदलने का वादा भी किया है, किन्तु क्या ये वादा पूरा होगा?
जरा तुलना कीजिए
  • एक ओर है दिल्ली और दूसरी ओर है अमेरिका का शहर मिनेपोलिस
  • दिल्ली का क्षेत्रफल है प्राय: 1500 वर्ग किमी, जबकि मिनेपोलिस का 150 वर्ग किलोमीटर
  • दिल्ली का जनसँख्या है 1.8 करोड़ और मिनेपोलिस की है 4 लाख
  • मिनेपोलिस पूरी तरह वाईफाई क्षेत्र है जिस पर कुल खर्च आया है 25 मिलियन डॉलर अर्थात प्राय: 150 करोड़ रुपये
  • अब यदि क्षेत्रफल के स्तर से देखें तो दिल्ली को वाई-फाई बनाने के लिए 10 गुना अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है अर्थात प्राय: 1500 करोड़ रुपये
  • यही नहीं वार्षिक रखरखाव का खर्च भी 2 लाख डॉलर है अर्थात प्राय: सवा करोड़ रुपये
  • अधिक जनसँख्या के लिए रखरखाव भी महंगा हो सकता है। 
अमेरिका को छोड़िए। भारत का उदहारण देखिए। प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी क्षेत्र के इन दो घाटों को भी इसी सप्ताह फ्री वाई-फाई जोन बनाया गया है। दशाश्वमेध घाट और शीतला घाट पर फ्री वाई-फाई की योजना लागू हो गई है। प्रधानमंत्री के चुनावी क्षेत्र में फ्री वाई-फाई के लिए प्राय: 100 करोड़ रुपये का खर्च आया है।
ऐसे में क्या केजरीवाल उस दिल्ली के मात्र 37 हजार करोड़ के बजट से मोटी राशि दिल्ली की हवाओं में तैरते इंटरनेट पर खर्च करने जा रहे हैं। दिल्ली के युवा वोटरों के लिए केजरीवाल को निजी खिलाड़ियों से भी जूझना है और ऐसे में देखना ये होगा कि दिल्ली में कब तक फ्री वाईफाई होता है।
इस बात को भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि फ्री वाई-फाई होगा तो उसकी निर्धारित सीमा तय क्या होती है। वाराणसी में फ्री वाईफाई के लिए सीमा तय की गई है।
  • 30 मिनट तक वाई-फाई का उपयोग निशुल्क होगा
  • इसके बाद के लिए कंपनियों के डाटा कार्ड दिए जाएंगे जिसमें
  • 30 मिनट के लिए 20 रुपये
  • 60 मिनट के लिए 30 रुपये
  • 120 मिनट के लिए 50 रुपये
  • पूरे दिन के लिए 70 रुपये, आपको अपनी जेब से खर्च करने पड़ेंगे। 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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असम नगर निगम चुनाव में भाजपा की भव्य विजय

असम नगर निगम चुनाव में भाजपा की भव्य विजय 

असम म्‍यूनिस्‍पल चुनाव में भाजपा की जबर्दस्त जीतयुदस: किसी नकारात्मक मसालेदार मीडिया ने इसे दर्शाया? असम में हुए शहरी निगम बोर्ड चुनाव परिणामों ने, दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार की पीड़ा झेल रही भाजपा के घावों पर मरहम लगाने का काम किया है। निकाय चुनाव में भाजपा ने प्राय:50 % नगरपालिकाओं में विजय अर्जित की और पहली बार कांग्रेस को पछाड़ा। दो दिन पहले दिल्ली में बुरी तरह पराजय  से पीड़ित  भाजपा को असम निकाय चुनाव में राहत मिली है।  इससे पार्टी में उत्साह का संचार हुआ है।  नौ फरवरी को हुए चुनाव में 14 लाख मतदाताओं में से 74 % ने वोट डाले थे।
 गुरुवार को आए चुनाव परिणामों के अनुसार, भाजपा ने 74 नगरपालिकाओं में से 38 में बहुमत प्राप्त किया है, जबकि कांग्रेस को 17 नगरपालिकाओं में जीत मिली असम गण परिषद को मात्र दो नगरपालिका जबकि एनसीपी को एक में जीत मिली है।  वार्डों की संख्या के अनुसार, प्रदेश के कुल 743 वार्डों में से 702 के परिणाम आए।  इसमें भाजपा को 340 वार्ड , जबकि कांग्रेस को 232 व असम गण परिषद को 39 वार्डों में विजय  प्राप्त हुई. अन्य पार्टियों को 10 से भी कम वार्ड मिले। 
2009 में हुए निकाय चुनाव में कांग्रेस ने भव्य विजय प्राप्त की थी उसने अगप के साथ मिलकर चार सौ से अधिक वार्डों पर कब्जा जमाया था. इस चुनाव में भाजपा तीसरे नंबर की पार्टी थी किन्तु इस बार पराजय से ऊपर उठकर भाजपा ने सबसे अधिक नगरपालिकाओं पर कब्जा किया और अकेले दम बहुमत अर्जित किया है जबकि मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के निर्वाचन क्षेत्र के निकायों में कांग्रेस सम्मान बचाने में सफल रही है, किन्तु कई मंत्रियों के क्षेत्र में भाजपा ने वर्चस्व स्थापित कर लिया है भाजपा इसे विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मान रही है, जिसमें भाजपा स्वयं शहरी क्षेत्र में सुदृढ़ दिखने लगी है मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा कि लोकसभा चुनाव से बेहतर परिणाम आए हैं आगामी विधानसभा चुनावों में और बेहतर परिणाम मिलेंगे। 

उत्तिष्ठत अर्जुन, उत्तिष्ठत जाग्रत ! 

नकारात्मक मीडिया के भ्रम के जाल को तोड़, सकारात्मक ज्ञान का प्रकाश फैलाये। 

समाज, विश्व कल्याणार्थ देश की जड़ों से जुड़ें, युगदर्पण मीडिया समूह के संग।। YDMS

      जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प- 
युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 
Join YDMS युगदर्पण हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से
पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विशेष प्रस्तुति 
     विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 नेट चेनल  अन्य सूत्र) की

        70 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान। -तिलक -संपादक युगदर्पण मीडिया समूह YDMS  07531949051, 9999777358, 9911111611

যুগদর্পণ, યુગદર્પણ  ਯੁਗਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண  യുഗദര്പണ  యుగదర్పణ  ಯುಗದರ್ಪಣ,

यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
जो शर्मनिरपेक्ष, अपने दोहरे चरित्र व कृत्य से- देश धर्म संस्कृति के शत्रु;
राष्ट्रद्रोह व अपराध का संवर्धन, पोषण करते। उनसे ये देश बचाना होगा। तिलक
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