शर्मनिरपेक्ष चोर -मचाते शोर
डिस्क्लेमर :- ये फोटो केवल इसलिए पोस्ट की जा रही है क्योकि आज आईबीएन-7 पर एंकर साक्षी जोशी कापड़ी द्वारा चिल्ला चिल्लाकर भाजपा और मोदी से 5 प्रश्न पूछे जा रहे थे ..
हर बार ये कहती की क्या मोदी और भाजपा इन सवालों का जबाब देंगे ?
* मित्रों, ये नीच बिकाऊ मीडिया वाले आखिर अपने आपको क्या समझते है ? ये जब कामलीला और पाप लीला करे तो ये कहते है कि ये हमारा निजी मामला है ..
* तो क्या बीजेपी का मामला निजी नही है ? क्या किसी पार्टी अध्यक्ष को ये अधिकार नही होता कि वो किसी का निष्काशन, प्रोमोशन, ट्रांस्फर, या सस्पेंसन कर सकता है ?
* क्या आपने इसके पहले किसी भी पार्टी ने आतंरिक मसले को इस तरह से जोर शोर से उछालते देखा है ?
* मित्रों, ये एंकर साक्षी जोशी जब इंडिया टीवी मे थी तब इंडिया टीवी के मुख्य सम्पादक विनोद कापड़ी जो पहले से ही विवाहित और दो बच्चो का बाप था, उसके साथ ही सारी मर्यादाये भूलकर चालू हो गयी |
* एक दिन ये दोनों सहारनपुर के एक गेस्ट हाउस मे मजे कर रहे थे, तभी इनके साथी कैमरामैन ने इनके कई चित्र ले लिए.. और उसने सार्वजनिक भी कर दिये .. खूब बवाल मचा .. साक्षी जोशी का पिता उमाशकर जोशी भी बड़ा पत्रकार था, उसने दबाव बनाया और विनोद कापड़ी को अपनी पत्नी को तलाक देकर साक्षी जोशी से शादी करनी पड़ी |
* ये अपने कुकर्मो को अपना निजी मामला बताने वाले .. और दुसरो के जीवन मे ये किस मुंह से ताकझाक या टीका टिप्पणी करते है ?
* प्रत्रकारिता के मुंह पर एक तमाचा समान बरखा दत्त जिसे पूरे विश्व ने दलाली खाते उसकी असली आवाज मे सुना ... कितनी बेशर्मी से वो नीरा राडिया से कह रही थी कि राजा और कनिमोझी की सेटिंग करवा दो ... बरखा दत्त नीरा राडिया से कह रही थी कि मेरा कमीशन कितना होगा ?
* किन्तु वो बेशर्म बरखा दत्त आज भी एनडीटीवी पर दलाली करती है और मुझे लगता है कि बेशर्म बरखा दत्त नही बल्कि मै स्वयं हूँ जो इसको एक राष्ट्रिय चैनेल पर आते चुपचाप देख रहा हूँ |
* क्या ये एनडीटीवी इसका हिसाब देगा ?
* प्रभु चावला आज भी बेशर्मी से आईबीएन पर आता है . उसने भी नीरा राडिया से कमीशन की बात की जिसे पूरे विश्व ने देखा . उसका लड़का एक समय मे दिल्ली का सबसे बड़ा दलाल था और उसके उपर कई केस दर्ज हुए |
* मित्रों, इन नीचों और बेशर्मो की सूची बहुत बड़ी है , किन्तु जब ये दूसरों से जबाब मांगते है तो क्या इनकी आत्मा इनको कचोटती नही होगी ? क्या ये स्वयं अपने मन मे ये नही सोचते होंगे कि विश्व के सबसे बड़े पापी, कामी. ऐयाश, दलाल, नीच, लालची तो हम ही है; फिर हम किस मुंह से दूसरों से हिसाब या जबाब मांगते फिर रहे है ?
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो,छद्म वेश में फिर आया रावण! संस्कृति में ही हमारे प्राण है! भारतीय संस्कृति की रक्षा हमारा दायित्व -तिलक
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हर बार ये कहती की क्या मोदी और भाजपा इन सवालों का जबाब देंगे ?
* मित्रों, ये नीच बिकाऊ मीडिया वाले आखिर अपने आपको क्या समझते है ? ये जब कामलीला और पाप लीला करे तो ये कहते है कि ये हमारा निजी मामला है ..
* तो क्या बीजेपी का मामला निजी नही है ? क्या किसी पार्टी अध्यक्ष को ये अधिकार नही होता कि वो किसी का निष्काशन, प्रोमोशन, ट्रांस्फर, या सस्पेंसन कर सकता है ?
* क्या आपने इसके पहले किसी भी पार्टी ने आतंरिक मसले को इस तरह से जोर शोर से उछालते देखा है ?
* मित्रों, ये एंकर साक्षी जोशी जब इंडिया टीवी मे थी तब इंडिया टीवी के मुख्य सम्पादक विनोद कापड़ी जो पहले से ही विवाहित और दो बच्चो का बाप था, उसके साथ ही सारी मर्यादाये भूलकर चालू हो गयी |
* एक दिन ये दोनों सहारनपुर के एक गेस्ट हाउस मे मजे कर रहे थे, तभी इनके साथी कैमरामैन ने इनके कई चित्र ले लिए.. और उसने सार्वजनिक भी कर दिये .. खूब बवाल मचा .. साक्षी जोशी का पिता उमाशकर जोशी भी बड़ा पत्रकार था, उसने दबाव बनाया और विनोद कापड़ी को अपनी पत्नी को तलाक देकर साक्षी जोशी से शादी करनी पड़ी |
* ये अपने कुकर्मो को अपना निजी मामला बताने वाले .. और दुसरो के जीवन मे ये किस मुंह से ताकझाक या टीका टिप्पणी करते है ?
* प्रत्रकारिता के मुंह पर एक तमाचा समान बरखा दत्त जिसे पूरे विश्व ने दलाली खाते उसकी असली आवाज मे सुना ... कितनी बेशर्मी से वो नीरा राडिया से कह रही थी कि राजा और कनिमोझी की सेटिंग करवा दो ... बरखा दत्त नीरा राडिया से कह रही थी कि मेरा कमीशन कितना होगा ?
* किन्तु वो बेशर्म बरखा दत्त आज भी एनडीटीवी पर दलाली करती है और मुझे लगता है कि बेशर्म बरखा दत्त नही बल्कि मै स्वयं हूँ जो इसको एक राष्ट्रिय चैनेल पर आते चुपचाप देख रहा हूँ |
* क्या ये एनडीटीवी इसका हिसाब देगा ?
* प्रभु चावला आज भी बेशर्मी से आईबीएन पर आता है . उसने भी नीरा राडिया से कमीशन की बात की जिसे पूरे विश्व ने देखा . उसका लड़का एक समय मे दिल्ली का सबसे बड़ा दलाल था और उसके उपर कई केस दर्ज हुए |
* मित्रों, इन नीचों और बेशर्मो की सूची बहुत बड़ी है , किन्तु जब ये दूसरों से जबाब मांगते है तो क्या इनकी आत्मा इनको कचोटती नही होगी ? क्या ये स्वयं अपने मन मे ये नही सोचते होंगे कि विश्व के सबसे बड़े पापी, कामी. ऐयाश, दलाल, नीच, लालची तो हम ही है; फिर हम किस मुंह से दूसरों से हिसाब या जबाब मांगते फिर रहे है ?
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