सत्यदर्पण:-

सत्यदर्पण:- कलयुग का झूठ सफ़ेद, सत्य काला क्यों हो गया है ?-गोरे अंग्रेज़ गए काले अंग्रेज़ रह गए। जो उनके राज में न हो सका पूरा, मैकाले के उस अधूरे को 60 वर्ष में पूरा करेंगे उसके साले। विश्व की सर्वश्रेष्ठ उस संस्कृति को नष्ट किया जा रहा है, देश को लूटा जा रहा है। दिन के प्रकाश में सबके सामने आता सफेद झूठ; और अंधकार में लुप्त सच।

भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | मानवतावादी वेश में आया रावण | संस्कृति में ही हमारे प्राण है | भारतीय संस्कृति की रक्षा हमारा दायित्व | -तिलक 7531949051, 09911111611, 9999777358.

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सोमवार, 21 सितंबर 2015

विकासशील भारत के अवरोध

विकासशील भारत के अवरोध 
वन्देमातरम, 
मित्रों, देश के इस बदले राजनैतिक परिवेश में, भारत के विकास के प्रति अनंत आकांक्षाएं पुन: जाग उठी हैं। साथ ही अवरोध भी खड़े करने के प्रयास किये जा रहे हैं। स्वतंत्रता पूर्व नेता जी सुभाष को हटा, गांधीने नेहरू को थोपकर, देश को जो आघात पहुँचाया, उसे 
सार्वजनिक करने तथा उसके घाव भरने का यह सर्वोचित अवसर है। किन्तु गांधी से राष्ट्रवाद को भी  जो क्षति पहुंची उसे दोहराया न जाये, इसके लिए सतर्कता की आवश्यकता है। अखंड राष्ट्रनिष्ठा की भी आवश्यकता है। 
जिन्होंने सोने की चिड़िया देश को लूट दुर्गति बनाई, वे ही गरीबों शोषितों की राजनीति के नाम से पाखंड कर हमें भ्रमित न करें। अत: इस समूह में अधिक से अधिक जुड़ें। तथा लेखन से समाज को जगाये रखें। सांस्कृतिक विरासत सहित -
‘‘माता भूमिः पुत्रो ऽहं पृथिव्याः’’ 
‘उत्तिष्ठित् जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत’ 
कैसे करें शत्रु और मित्र की पहचान -जो 67 वर्ष देश को लूटते रहे, अब अपने पाप, एक राष्ट्र समर्पित शासन पर थोप रहे है। क्या आप सहमत हैं ? 
हाँ या न -युदस 
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शेयर करो तिलक YDMS 7531949051 
देश के नकारात्मक बिकाऊ शर्मनिरपेक्ष मीडिया का एकमात्र सकारात्मक सार्थक राष्ट्रवादी विकल्प का संकल्प युदमीस YDMS -तिलक 
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | मानवतावादी वेश में आया रावण |
भारतीय संस्कृति में ही हमारे प्राण है | संस्कृति की रक्षा करना हमारा दायित्व || -तिलक

शनिवार, 15 अगस्त 2015

केजरीवाल का गोल मॉल

केजरीवाल का गोल मॉल 
देव आशीष भट्टाचार्य RTI एक्टीविस्ट ने 22 अप्रैल, 2015 को केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास आवेदन में पूछा था कि दिल्ली पुलिस को लेकर गृह मंत्रालय तथा दिल्ली सरकार के मध्य क्या पत्राचार हुआ है? 
गृह मंत्रालय ने अपने रिकार्ड को देख कर बताया कि इस संबंध में दिल्ली सरकार से कोई लिखित पत्राचार शुरू नहीं हुआ है। 
जिससे पता चलता है कि आप सरकार दिल्ली पुलिस का नियंत्रण लेने के लिए अधिक गंभीर नहीं है। वह केवल बयानबाजी में ही उलझी हुई है।
गृह मंत्रालय ने उनके RTI आवेदन को दिल्ली सरकार व दिल्ली पुलिस के पास भेज दिया। 
मुख्य बात यह है कि मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, खाद्य व आपूर्ति मंत्री, कानून मंत्री तथा महिला व बाल विकास मंत्री ने भी अपने रिकार्ड को देख कर बताया कि उनका गृह मंत्रालय के साथ कोई पत्राचार नहीं हुआ। गृह विभाग ने भी ऐसी कोई सूचना अपने रिकार्ड में होने से इंकार किया है।
केजरीवाल सरकार ने अभी तक दिल्ली पुलिस का नियंत्रण लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र तक तो लिखा नहीं, दिल्ली सरकार के गृह विभाग व उनके मंत्रियों ने तुर्कमैन गेट हत्याकांड तथा जंतर-मंतर आत्महत्या केस के निपटारे के लिए गंभीरता नहीं दिखाई। 
भट्टाचार्य ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली में कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए दिल्ली पुलिस का नियंत्रण सरकार के पास लेना चाहते हैं, तो उन्हें सबसे पहले केंद्र सरकार के साथ सरकारी स्तर पर पत्राचार तो शुरू करना चाहिए। 
केजरीवाल सरकार इन दोनों मामलों में बकवासबाजी तो कर रही थी, परंतु सरकारी स्तर पर कोई पग नहीं उठाए गए। 
केजरीवाल पार्टी अब अ से ब अर्थात आआप से बबप हो गई है। आपका क्या विचार है ? 
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शुक्रवार, 14 अगस्त 2015

व्यापमं का सच

आधुनिक व्यंगचित्र 

कम्पूजी
 
व्यापमं का सच -
दिग्विजय सिंह ने जिस तुरूप के इक्के प्रशांत पाण्डे के माध्यम बहुचर्चित
छद्म घोटाले का हल्ला मचाया था। उस प्रशांत पाण्डे की पत्नी से पुलिस ने दस लाख रूपये जब्त किए हैं। -एक समाचार
 कम्पूजी -राजनैतिक कुचक्र तो समझ में आता है किन्तु बिकाऊमीडिया भी दुष्प्रचार निरंतर चलाता रहा, क्यों? 

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 संस्कृति की रक्षा करना हमारा दायित्व || -तिलक
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सोमवार, 10 अगस्त 2015

अमर शहीद खुदीराम बोस

अमर शहीद खुदीराम बोस 
धोतियों पर 'खुदीराम' लिखने लगे थे बंगाल के जुलाहे 
19 वर्षीय शहीद खुदीराम बोस अपने क्रांतिकारी तेवरों के चलते बहुत लोकप्रिय थे। उन्हें फांसी होने के बाद बंगाल के जुलाहे ऐसी धोतियाँ बुनने लगे जिनकी किनारी पर खुदीराम लिखा होता था। 
11 अगस्त 2015,  नई दिल्ली 

स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में खुदीराम बोस एक ऐसा नाम है जो देशवासियों को सदा देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। इस नवयुवक ने मात्र 19 वर्ष की आयु में ही देश के लिए अपना बलिदान दे दिया था। तीन दिसंबर 1889 को पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर में जन्मे खुदीराम ने स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने की उत्कंठा के चलते नौवीं कक्षा के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी थी। खुदीराम स्वदेशी आंदोलन में कूद गए और क्रन्तिकारी संगठन पार्टी का सदस्य बनकर वंदे मातरम् पत्रक वितरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सन 1905 में बंगाल विभाजन के विरोध में भड़के आंदोलन में खुदीराम बोस ने बढ़−चढ़ कर भाग लिया। अंग्रेजों ने 28 फरवरी 1906 को उन्हें बंदी बना लिया किन्तु वह कैद से भाग निकले। दो माह बाद वह फिर से पकड़े गए।
सरकार ने उन्हें आजादी की राह से भटकाने का प्रयास किया किन्तु इस युवक के निश्चय और साहस पर कोई अंतर नहीं पड़ा। अंततः 16 मई 1906 को उन्हें रिहा कर दिया गया। इतिहासवेत्ता शिरोल के अनुसार खुदीराम बंगाल ही नहीं बल्कि पूरे देश में अत्यधिक लोकप्रिय थे, जिनके बलिदान के बाद नवयुवकों में देशभक्ति की तीव्र उमंग पैदा हो गई थी। छह दिसंबर 1907 को खुदीराम ने नारायणगढ़ रेलवे स्टेशन पर बंगाल के तत्कालीन गवर्नर की विशेष गाड़ी पर हमला किया किन्तु वह बाल−बाल बच गया।
खुदीराम ने 1908 में दो अंग्रेज अधिकारियों वाट्सन और पैम्फायल्ट फुलर पर हमला किया किन्तु वे भी बच निकले। वह मुजफ्फरपुर के सेशन जज किंग्सफोर्ड से अति रुष्ट थे जिसने क्रांतिकारियों को कठोर दंड दिया था। उन्होंने अपने साथी प्रफुल्ल चंद्र चाकी के साथ मिलकर सेशन जज से प्रतिशोध लेने की ठानी। दोनों मुजफ्फरपुर आए और 30 अप्रैल 1908 को जज की गाड़ी पर बम से हमला किया  किन्तु उस समय इस गाड़ी में जज की जगह दो यूरोपीय महिलाएं सवार थीं।
किंग्सफोर्ड के धोखे में दोनों महिलाएं मारी गईं जिसका खुदीराम और चाकी को बहुत दुःख हुआ। पुलिस उनके पीछे लग गई और वैनी रेलवे स्टेशन पर उन्हें घेर लिया। अपने को घिरा देख प्रफुल्ल चंद्र चाकी ने स्वयं को गोली मारकर बलि दे दी जबकि खुदीराम पकड़े गए। 11 अगस्त 1908 को उन्हें मुजफ्फरपुर जेल में फांसी दे दी गई। फांसी के समय उनकी आयु मात्र 19 वर्ष थी। इतिहासवेत्ता शिरोल के अनुसार फांसी के बाद खुदीराम इतने लोकप्रिय हो गए कि बंगाल के जुलाहे ऐसी धोती बुनने लगे जिनकी किनारी पर खुदीराम लिखा होता था। राष्ट्रवादियों ने शोक मनाया और विद्यार्थियों ने कई दिनों तक स्कूल−कॉलेजों का बहिष्कार किया। 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया,
तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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गुरुवार, 18 जून 2015

जितेन्द्र तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र भी नकली

जितेन्द्र तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र भी नकली 
नदि युदस। दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर द्वारा, एजेंट के माध्यम विधि सनातक का नकली प्रमाणपत्र लेने की बात स्वीकारने के दो दिन बाद, विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र (माइग्रेशन प्रमाणपत्र) भी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में नकली पाया गया। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव अखिलेश चन्द्र के अनुसार  जांच में पाया गया कि तोमर को अप्रैल 1993 में, क्रसं 156 से कोई विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि जांच के अनुसार, 26 मार्च से पांच मई 1993 के बीच क्रसं सात हजार से 7100 के विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र जारी हुए थे, जबकि तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र दो अप्रैल 1993 को क्रसं 156 से जारी हुआ है, जो पूर्णत: गलत है। 
तोमर के फर्जी प्रमाण पत्र की जांच के क्रम में दिल्ली पुलिस बुधवार को, उनको बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ले कर आई थी और बुधवार देर शाम उन्हें दिल्ली वापस ले गयी। तोमर का सारा अपराध स्पष्ट प्रमाणित हो रहा है फिर भी तोमर ने दिल्ली जाते समय रेलवे स्टेशन पर केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि ‘आप’ की लोकप्रियता से घबरा कर उन्हें फंसाया गया है। 
उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र के कई मंत्रियों के प्रमाण पत्र भी संदिग्ध हैं, किन्तु केन्द्र सरकार उनकी जांच नहीं करा रही है। 
तोमर केवल हताशा में आरोप मढ़ रहे हैं। क्या आप मेरी बात से सहमत हैं ? 
A हाँ....., B न....., अथवा अन्य टिप्पणी 
"दिल्ली -आआप की या पाप की" भेड़ की खाल में, ये भेड़िये।
"हम देंगे तीखा सत्य, किन्तु मीठा विष नहीं।" -तिलक सं
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बुधवार, 10 जून 2015

अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ,

अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ,

कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री मणिशंकर ने अपनी पुस्तक और प्रेस वार्ता में स्वीकारा, अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ, राहुल गांधी ने स्वीकारा, कांग्रेस के बुरे दिन आ गए; ……  हाँ, हाँ, हाँ, उनके तीन बार कह देने के बाद कुछ और कहना शेष रहता है क्या, बताएं? 


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संस्कृति की रक्षा करना हमारा दायित्व || -तिलक

शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2015

पंजाब निकाय चुनाव परिणाम: भगवा लहर

पंजाब निकाय चुनाव परिणाम: भाजपा-अकाली गठबंधन की भारी जीत, कांग्रेस साफ 
चंडीगढ। पंजाब में संपन्न निकाय चुनावों में भाजपा-अकाली दल गठबंधन ने भव्य जीत प्राप्त कर, अधिकांश स्थानो पर जीत का परचम लहराया, वहीं कांग्रेस का पत्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। 
SAD-BJP alliance  sweeps civic polls in punjabराज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और अन्य भाजपा नेताओं ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, इसे विकास की जीत बताया है। जीत के बाद भाजपा -अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने पटाखे चलाकर और मिठाईयां बांटकर एक दूसरे को बधाईयां दी। 
जानकारी के अनुसार अकाली दल-भाजपा गठबंधन 100 से अधिक नगरीय निकायों में और कांग्रेस केवल छह स्थानों पर अध्यक्ष बनाने की स्थिति में आ गई हैं। जिन निर्दलीयों ने जीत प्राप्त की है, उनमें से भी अधिकांश गठबंधन के ही समर्थक है।
घोषित परिणामों में गठबंधन को 2,037 वार्डों में से 1161 में जीत मिली है। घोषित चुनाव परिणामों के अनुसार 122 नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के कुल 2,037 वार्डों में अकाली दल ने 813 पर और भाजपा ने 348 पर जीत अर्जित की है।  जब​कि इन चुनावों में आधार पाने का प्रयास कर रही कांग्रेस को 253 वार्डों से संतोष करना पड़ा। 624 वार्डों पर निर्दलीय विजयी रहे।
पंजाब निवासियों को धन्यवाद-बादल
पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल ने  नगर निगम चुनावों में अकाली भाजपा गठबंधन का भव्य जीत दिलाकर गठबंधन सरकार की विकासमयी व परिणाम मुखी नीतियो में विश्वास व वचनबद्धता प्रकट करने के लिए राज्य के लोगों का धन्यवाद किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परिणामों ने शिअद-भाजपा सरकार को गरीबी, अनपढ़ता,  बेरोजगारी व सामाजिक बुराईयों से मुक्त नए पंजाब के निर्माण व विकास की गति तेज करने के लिए पुनरू समर्पित किया हैं। स. बादल ने कहा कि इन शानदार परिणामों ने हमें लोगों की आकाँक्षाओं पर खरा उतरने के लिए हमारे दायित्वों को और बढा दिया हैं। उन्होने कहा कि इन परिणामों को मात्र निगम चुनाव में जीत के रूप में ही नही समझना चाहिए बल्कि इन्होने कडी मेहनत वाले पंजाबियों को कलंकित करने वाली कांग्रेस पार्टी के नकारात्मक अभियान को भी कड़ा उत्तर दिया हैँ।
इस मध्य मुख्यमंत्री एक बार फिर शिअद-भाजपा के समूह के कार्यकर्ताओं, नेताओं और पदाधिकारियों का धन्यवाद किया। जिन्होने इन चुनावों में गठबंधन की जीत यथार्थ बनाने के लिए दिनरात परिश्रम किया। उन्होने पंजाब वासियों द्वारा बिना डर -भय से अपनी वोट डालकर लोकतंत्रीय  को सुदृढ़ करने के लिए दिखाये गये उत्साह के लिए उनका धन्यवाद किया।  बादल ने निरपक्ष व स्वतंत्र चुनावों को सुनिश्चित  बनाने के लिए राज्य चुनाव आयोग, प्रशासन व पुलिस प्रशासन को भी बधाई दी।
फगवाड़ा नगर निगम के पहले चुनाव 50 वार्डो में से अकाली-भाजपा गठबंधन के 16 सीटों पर भाजपा व 9 पर अकाली दल के प्रत्याशियों ने आधी सीटें जीत ली है। वहीं कांग्रेस ने 14, जबकि बसपा ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की है। इनके अतिरिक्त 9 आजाद प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है, जिनमें 6 अकाली-भाजपा समर्थक बताए जाते है। कांग्रेस लगातार दूसरी बार शहर की सत्ता से दूर हो गई। वीरवार को रामगढि़या पॉलीटेक्निक कॉलेज में मतगणना के बाद जब नतीजों की घोषणा की गई तो अकाली-भाजपाई खुशी में झूमते दिखाई दिए। 
होशियारपुरः होशियारपुर नगर निगम चुनावों में भी अकालियों ने बाजी मार ली है। 50 वार्डों में हुर्इ वोटों की गिनती हो चुकी है, जिसमें  अकाली दल ने 27 पर जीत प्राप्त की है। 
जबकि कांग्रेस के पल्ले 17 सीटें ही पड़ी हैं, तथा 6 पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने कब्ज़ा किया है। यह तो तय है कि आने वाले समय में महापौर अकाली -भाजपा का मेयर ही बनेगा चाहे वह अकाली दल का होगा या फिर भाजपा सरकार का। 
मोहाली: मोहाली में हुए नगर निगम चुनाव के नतीजों के अनुसार अकाली दल ने यहां जीत हासिल की है।  गुरुवार 10 बजे वोटिंग की गिनती होनी शुरू हो गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मोहाली में अकाली दल ही बाकी पक्षों को पछाड़ कर आगे जा रहा है।
मोहाली 
अकाली दल-16
भाजपा: 07
कांग्रेस: 14
फिलहाल भाजपा-अकाली वर्करों में खुशी का माहौल है और ढोल बजाकर सभी वर्कर जीत का जश्न मना रहे हैं।