सत्यदर्पण:-

सत्यदर्पण:- कलयुग का झूठ सफ़ेद, सत्य काला क्यों हो गया है ?-गोरे अंग्रेज़ गए काले अंग्रेज़ रह गए। जो उनके राज में न हो सका पूरा, मैकाले के उस अधूरे को 60 वर्ष में पूरा करेंगे उसके साले। विश्व की सर्वश्रेष्ठ उस संस्कृति को नष्ट किया जा रहा है, देश को लूटा जा रहा है। दिन के प्रकाश में सबके सामने आता सफेद झूठ; और अंधकार में लुप्त सच।

भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | मानवतावादी वेश में आया रावण | संस्कृति में ही हमारे प्राण है | भारतीय संस्कृति की रक्षा हमारा दायित्व | -तिलक 7531949051, 09911111611, 9999777358.

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मंगलवार, 19 अप्रैल 2016

दो शपथपत्र, दोहरा चरित्र, पूरा पूरा प्रमाण

दो शपथपत्र, दोहरा चरित्र, पूरा पूरा प्रमाण 
Fake Encounter, or Fake Affidavit, of Fake HM 
न दि, 19 अप्रैल (तिलक)। इशरत जहां मामले में तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम की भूमिका को लेकर हुए नए रहस्योद्घाटन के बाद भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर कांग्रेस को लक्ष्य पर लिया है। गुजरात का मुख्य मंत्री रहते नरेंद्र मोदी की हत्या किये जाने के प्रयासों को रोकना, जिन्हे झूठी-मुठभेड़ लगता है; ऐसे कांग्रेस नेताओं पर भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी को फंसाने के लिए आतंकवादियों की सहायता करने का आरोप लगाते हुए देश से क्षमा मांगने को कहा है। 
चिदंबरम को इशरत जहां के लश्कर से संबंधो का पता था शपथपत्र 1, जिसे बदल कर देश की सुरक्षा से खिलवाड किया गया। और ये स्वयं तत्कालीन गृह मंत्री ने किया हो... !!! मात्र पी.चिदंबरम को नहीं बल्कि पूरे संप्रग सरकार को इस अपराध की स्वीकारोक्ति करनी चाहिए। इस मामले में जिस प्रकार से तथ्य सामने आ रहे हैं इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी के पापों का घड़ा फूट चुका है। पहली बार देखा गया है कि पूर्व गृह मंत्री अपराधियों की सहायता कर रहे हैं। इस मामलों में हुए नए रहस्योद्घाटन ने कांग्रेस की छवि दूषित कर दी है। कांग्रेस को पूरे देश से क्षमा मांगनी चाहिए। 
इतना ही नहीं ज पा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने तो इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बताते हुए पी. चिदंबरम को रासुका के अंतर्गत बंदी तक बनाने को कह दिया। 
जानकारी हो कि इशरत जहां के मामले में ताजा प्रपत्रों के बाद साफ हो गया है कि इशरत जहां को आतंकी बताने वाले प्रथम शपथपत्र को तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने स्वीकृति दी थी और एक माह बाद ही दूसरे शपथपत्र में उसे निर्दोष बताया था। जबकि सार्वजनिक रूप से चिदंबरम पहले शपथपत्र के पीछे निचले स्तर के अधिकारियों का हाथ बताते रहे हैं। 
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है - दूसरा शपथपत्र लगते समय इस बात का कोई उल्लेख नहीं है कि यह निर्णय किस आधार पर लिया गया, जिससे प्रथम शपथ पत्र को झुठला कर नया शपथ पत्र लगने की आवश्यकता पड़ी हो। न ही कभी किसी मंच पर उन कारणों को बताया गया। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि दोहरे शपथपत्र का उल्लेख करने पर भय था कि चोर की दाड़ी का तिनका शूल बन जाता। दो शपथपत्र, दोहरा चरित्र, पूरा पूरा प्रमाण Times Now पर देखिये भाजपा रा सचिव श्रीकांत शर्मा 
https://www.youtube.com/watch?v=DSs84dvnicg&index=237&list=PLDB2CD0863341092A 
अधिक विवरण हेतु index=235, index=236 भी देखें। Times Now की उपसमाचार सम्पा ने सूकाअधि     से अर्जित जानकारी अपनी कड़छी से परोसी। साभार वही प्रसाद हम आपको बाँट रहे हैं। आप आगे बाँटते रहे, सत्य बढ़ता रहे। फिर किसी मानवतावादी वेश में आतंकवाद का समर्थन न किया जा सके। 
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | मानवतावादी वेश में आया रावण |
भारतीय संस्कृति में ही हमारे प्राण है | संस्कृति की रक्षा करना हमारा दायित्व || -तिलक